हर्षिल

Posted By Deepa Rawat
Posted On: Feb. 18, 2025


हरसिल उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले मे भागीरथी नदी के तट पर बसा एक सुंदर सा गाँव है। जो अपने मनोहर  बरफ से ढकी चोटियों तथा सेब के बागानों और रोचक इतिहास के लिए मसहूर है। यहाँ वषोॅ  पहले 400 500   साल पुराने घर और मंदीर है। यह गाँव गंगोत्री के पवित्र तीर्थ स्थल के करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर है। गंगोत्री की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्री  अक्सर हर्षिल मे एक विराम लेते है। एक पौराणिक कथा के अनुसार सतयुग मे देवी जालंधरी और देवी भागीरथी के बीच एक महत्वपूर्ण वादविवाद हुआ था। इस संबंध मे भगवान विष्णु ने एक पत्थर की शिला बनाकर दोनो के बीच का वादविवाद को  खत्म कराया। भगवान विष्णु ने शीला का रूप इसलिए धारण किया था। ताकि दोनो देवियों क्रोध अपने अंदर समा सके। ऐसा करने के बाद  जो नदियाँ अपनी उग्रता के कारण जानी जाती थी।  इस स्थान पर भगवान विष्णु शिला के रूप में विराजमान हुए। इसके उपरांत इसका नाम हरि शिला पडा। जिसे बाद मे हर्षिल कहा जाने लगा। इस जगह ने अपनी सुदरता  से सैलानियों के साथ साथ फिल्म निर्देशको को भी अपनी ओर आकर्षित किया है। हर्षिल एकमात्र एक ऐसी जगह है जहा अनेक फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। उन्हीं मे से एक फिल्म राम तेरी गंगा मैली  एकमात्र ऐसी फिल्म है जो हर्षिल मे शूट हुई थी।  यहा की खुबसूरती और आत्मीयता ने हर्षिल को  यहा की  असीम वादियों के लिए प्रसिद्ध किया है।